प्रातिहार्य
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें अर्हंत ।8।
पुराणकोष से
तीर्थंकर प्रकृति कर्म के उदय से अभिव्यक्त अर्हंत की विभूतियाँ । ये आठ होती हैं― 1. अशोकवृक्ष 2. तीन छत्र 3. सिंहासन 4. दिव्यध्वनि 5. दुंदुभि 6. पुष्पवृष्टि 7. भामंडल और 8. चौसठ चमर । महापुराण 7.293-302, 42.45, 54.231, पद्मपुराण 2.148-154, हरिवंशपुराण 3.31-39, वीरवर्द्धमान चरित्र 15.1-19