योगनिःप्रणिधान
From जैनकोष
सामायिक शिक्षाव्रत के तीन अतिचारों का निरोध । ये अतिचार हैं― मनयोग कुप्रणिधान-(मन का अनुचित प्रवर्तन), वचनयोग दुष्प्रणिधान-(वचन की अन्यथा प्रवृत्ति) और काययोग दुष्प्रणिघान (काय की अन्यथा प्रवृत्ति) । हरिवंशपुराण 58.180
सामायिक शिक्षाव्रत के तीन अतिचारों का निरोध । ये अतिचार हैं― मनयोग कुप्रणिधान-(मन का अनुचित प्रवर्तन), वचनयोग दुष्प्रणिधान-(वचन की अन्यथा प्रवृत्ति) और काययोग दुष्प्रणिघान (काय की अन्यथा प्रवृत्ति) । हरिवंशपुराण 58.180