राधा
From जैनकोष
चंपापुर के राजा आदित्य की रानी । आदित्य को यमुना में बहता हुआ संदूकची में बंद एक शिशु प्राप्त हुआ था । उसने वह शिशु इसे दिया । इसने शिशु को कान का स्पर्श करते हुए देखकर उसका नाम ‘‘कर्ण’’ रखा था । महापुराण 70. 111-114, पांडवपुराण 7. 283-297 देखें कर्ण