वज्रकपाट
From जैनकोष
हिमवत् पर्वत पर निर्मित भवन का एक द्वार । यह वज्रमय था । इसकी ऊँचाई तथा चौड़ाई चालीस योजन है । महापुराण 4.96, हरिवंशपुराण 5.140-147
हिमवत् पर्वत पर निर्मित भवन का एक द्वार । यह वज्रमय था । इसकी ऊँचाई तथा चौड़ाई चालीस योजन है । महापुराण 4.96, हरिवंशपुराण 5.140-147