वीथी
From जैनकोष
समवसरणभूमि के मार्ग । इस भूमि के चारों महादिशाओं में दो-दो कोश विस्तृत ऐसी चार महावीथियाँ होती हैं । ये अपने मध्य में स्थित चार महास्तंभों के पीठ धारण करती है । हरिवंशपुराण 57.10 वीभत्स― रावण का एक सिं हरिवंशपुराण थी सामंत । पद्मपुराण 57.46, 48