श्रीपाल वर्णी
From जैनकोष
इन्होंने शुभचंद्राचार्य को अध्यात्म तरंगिनी लिखने में सहायता दी थी। समय - वि.1611 (ई.1554), ( कार्तिकेयानुप्रेक्षा/ प्र.83। A.N.Up.)।
इन्होंने शुभचंद्राचार्य को अध्यात्म तरंगिनी लिखने में सहायता दी थी। समय - वि.1611 (ई.1554), ( कार्तिकेयानुप्रेक्षा/ प्र.83। A.N.Up.)।