हरिवेग
From जैनकोष
विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में रत्नपुर नगर के राजा रत्नरथ विद्याधर और रानी चंद्रानना का पुत्र । इसके मनोवेग और वायुवेग दो भाई तथा मनोरमा एक बहिन थी । महापुराण 93. 1-57
विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में रत्नपुर नगर के राजा रत्नरथ विद्याधर और रानी चंद्रानना का पुत्र । इसके मनोवेग और वायुवेग दो भाई तथा मनोरमा एक बहिन थी । महापुराण 93. 1-57