स्वच्छत्व शक्ति
From जैनकोष
समयसार / आत्मख्याति/ परि./शक्ति 11 नीरूपात्मप्रदेशप्रकाशमानलोकालोकाकारमेचकोपयोगलक्षणा स्वच्छत्वशक्ति:। = अमूर्तिक आत्मप्रदेशों में प्रकाशमान लोकालोक के आकारों से मेचक (अर्थात् अनेक-आकाररूप) ऐसा उपयोग जिसका लक्षण है ऐसा स्वच्छत्व शक्ति। (जैसे दर्पण की स्वच्छत्व शक्ति से उसकी पर्याय में घटपटादि प्रकाशित होते हैं, उसी प्रकार आत्मा की स्वच्छत्व शक्ति से उपयोग में लोकालोक के आकार प्रकाशित होते हैं।