अश्वत्थामा
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
पांडवपुराण सर्ग/श्लो. गुरु द्रोणाचार्यका पुत्र था (10/150-52) कौरवोंकी ओरसे पांडवोंके साथ लड़ा (19/53)। अंतमें अर्जुन द्वारा युद्धमें मारा गया (20/184)।
पुराणकोष से
कृष्ण-जरामन्घ युद्ध में जरासंध के पक्ष का योद्धा । द्रोणाचार्य एवं अश्विनी का पुत्र । यह धनुर्विद्या में इतना निपुण था कि अर्जुन ही इसका एक प्रतिस्पर्धी था । पांडवपुराण में इसकी जननी गोतम की पुत्री गौतमी बताई गयी है । इसने अर्जुन के साथ युद्ध किया था जिसमें अर्जुन ने इसे भूमि पर गिरा दिया था । युद्ध मे भीम ने मालव नरेश का इस नाम का एक हाथी मार गिराया था । अश्वत्थामा मारा गया यह सुनकर द्रोणाचार्य ने बहुत रुदन किया था और वह युद्ध से विरत हो गया था । तभी घृष्टार्जुन ने द्रोणाचार्य को मार डाला था । इसने युद्ध में माहेश्वरी विद्या को सहायतार्थ बुलाकर पांडवों की सेना को घेर लिया था तपा गज और रथ सेनाओं के नायकों को नष्ट कर दिया था । अंत में यह भी अर्जुन द्वारा युद्ध में गिराया जाकर मूर्छित हुआ और मरण को प्राप्त हुआ । महापुराण 71.76-77, हरिवंशपुराण 45.48-49, पांडवपुराण 10.148-151, 18.140-142, 20.181-184, 222-223, 307-310