अष्टचंद्र
From जैनकोष
चंद्रनाभ के आठ विद्याधर । ये अष्ट संख्यक होने से इस नाम से विख्यात थे । ये अर्ककीर्ति के शरीर रक्षक थे । ये युद्ध में जयकुमार के बाण से मारे गये थे । (महापुराण 44.113) (पद्मपुराण 9.75) (पांडवपुराण 3.114)
चंद्रनाभ के आठ विद्याधर । ये अष्ट संख्यक होने से इस नाम से विख्यात थे । ये अर्ककीर्ति के शरीर रक्षक थे । ये युद्ध में जयकुमार के बाण से मारे गये थे । (महापुराण 44.113) (पद्मपुराण 9.75) (पांडवपुराण 3.114)