कैटभारि
From जैनकोष
अवसर्पिणी काल के नौ प्रतिनारायणों मे पाँचवाँ प्रतिनारायण । अपर नाम मधु कैटनभ हरिवंशपुराण 60.291, वीरवर्द्धमान चरित्र 18.114-115
अवसर्पिणी काल के नौ प्रतिनारायणों मे पाँचवाँ प्रतिनारायण । अपर नाम मधु कैटनभ हरिवंशपुराण 60.291, वीरवर्द्धमान चरित्र 18.114-115