मतिवर
From जैनकोष
मतिसागर और श्रीमती का पुत्र । यह उत्पलखेटपुर के नृप वज्रजंघ का महामंत्री था । इसने राजा वज्रजंघ और रानी श्रीमती के वियोग से शोक-संतप्त होकर मुनि दृढधर्म से दीक्षा ले ली थी तथा तपश्चरण करते हुए मरकर यह अधोग्रैवेयक के सबसे नीचे विमान में देव हुआ या । महापुराण 8. 116, 215, 9. 91-93