वसुदत्त
From जैनकोष
भरतक्षेत्र में स्थित 'एकक्षेत्र' नामक नगर के वणिक् नयदत्त और उसकी गृहिणी सुनंदा का दूसरा पुत्र । यह धनदत्त का छोटा भाई था । इसी नगर के सेठ सागरदत्त की पुत्री गुणवती के लिए इसने इसी नगर के धनी सेठ के पुत्र श्रीकांत से युद्ध किया था । इसी युद्ध में इसका प्राणांत हो गया था । यह कई पर्यायों के उपरांत नारायण लक्ष्मण हुआ । पद्मपुराण 106.10-11, 13-20, 175