सामायिकचारित्र
From जैनकोष
चारित्र के पाँच भेदों में प्रथम भेद-सब पदार्थों में राग-द्वेष निवृत्ति रूप समताभाव रखना और सावद्ययोग का पूर्ण त्याग करना । हरिवंशपुराण 64.14-15
चारित्र के पाँच भेदों में प्रथम भेद-सब पदार्थों में राग-द्वेष निवृत्ति रूप समताभाव रखना और सावद्ययोग का पूर्ण त्याग करना । हरिवंशपुराण 64.14-15