सुमित्रदत्तिका
From जैनकोष
इसका अपर नाम सुमित्रा था। यह पद्मखंडपुर नगर सेठ सुदत्त अपर नाम सुमित्रदत्त की स्त्री थी। भद्रमित्र इसका पुत्र था। यह मरकर व्याघ्रो हुई थी। पूर्व पर्याय के बैरवश इस पर्याय में इसने पुत्र को तथा (हरिवंशपुराण के अनुसार) पति को खा लिया था। महापुराण 59.148, 188-192, हरिवंशपुराण 27.24, 45 देखें भद्रमित्र