गंधमादन
From जैनकोष
- विजयार्ध की उत्तर श्रेणी में एक नगर–देखें - विद्याधर।
- एक गजदन्त पर्वत देखें - लोक / ५ / ३
- गन्धमादन पर्वतस्थ एक कूट व उसका रक्षक देव– देखें - लोक / ५ / ४
- अन्धकवृष्टि के पुत्र हिमवान् का पुत्र नेमिनाथ भगवान् का चचेरा भाई– देखें - इतिहास / १० / १० ।
- हालार और बरड़ों प्रान्त के बीच की पर्वत श्रेणी को ‘बरड़ों’ कहते हैं। सम्भवत: इसी श्रेणी के किसी पर्वत का नाम गन्धमादन है।