अंतःकोटाकोटी
From जैनकोष
धवला पुस्तक संख्या ६/१,९-६,३३/१७४/६ अंतोकोड़ाकोड़ीए त्ति उत्ते सागरोवमकोडाकोडिसंखेज्जकोडीहि खंडिदएगखंडं होदि त्ति घेत्तव्वं।
= अन्तःकोड़ाकोड़ी ऐसा कहनेपर एक कोड़ाकोड़ी सागरोपम को संख्यात कोटियों से खंडित करनेपर जो एक खण्ड होता है, वह अन्तःकोड़ाकोड़ी का अर्थ ग्रहण करना चाहिये।
गो. जी. भाषा ५६०/१००३/९ कोडि के ऊपरि अर कोड़ाकोड़ी के नीचे जो होइ ताकौ अंतःकोटाकोटी कहिए।