ज्वालिनी कल्प
From जैनकोष
भट्टारक मल्लिषेण (ई.1047) कृत 14 पन्नों वाला लघुकाय तांत्रिक ग्रंथ। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/176)।
भट्टारक मल्लिषेण (ई.1047) कृत 14 पन्नों वाला लघुकाय तांत्रिक ग्रंथ। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/176)।