द्युति
From जैनकोष
स.सि./४/२०/२५१/८ शरीरवसनाभरणादिदीप्ति द्युति:। =शरीर, वस्त्र और आभूषण आदि की कान्ति को द्युति कहते हैं। (रा.वा./४/२०/४/२३५/१७)
स.सि./४/२०/२५१/८ शरीरवसनाभरणादिदीप्ति द्युति:। =शरीर, वस्त्र और आभूषण आदि की कान्ति को द्युति कहते हैं। (रा.वा./४/२०/४/२३५/१७)