द्वात्रिंशतिका
From जैनकोष
- श्वेताम्बराचार्य सिद्धसेन दिवाकर (वि.श.७-८) द्वारा विरचित अध्यात्म भावना पूर्ण ३२ श्लोक प्रमाण एक रचना।
- आ.अमितगति (ई.९९३-१०१६) द्वारा रचित समताभावोत्पादक ३२ श्लोक प्रमाण सामायिक पाठ।
- श्वेताम्बराचार्य हेमचन्द्रसूरि (ई.१०८८-११७३) कृत अयोग व्यवच्छेद नामक न्यायविषयक ३२ श्लोक प्रमाण ग्रन्थ, जिस पर स्याद्वादमंजरी नामक टीका उपलब्ध है। (देखें - उस उस आचार्य का नाम )।