सीमंकर
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें भूतकालीन पंचम कुलकर
देखें शलाका पुरुष - 9।
पुराणकोष से
(1) पांचवे कुलकर । ये चौथे क्षेमंधर कुलकर के पुत्र थे । इनके समय में कल्पवृक्षों की संख्या कम हो गयी थी । इसलिए इन्होंने प्रजा के लिए कल्पवृक्षों की सीमा निर्धारित की थी जिससे ये इस नाम से प्रसिद्ध हुए । इनकी आयु पल्य का लाखवाँ भाग थी । इनके पुत्र सीमंधर थे । महापुराण 6.107-111, पद्मपुराण 3.78, हरिवंशपुराण 7.153-155, पांडवपुराण 2.105
(2) एक मुनि । ये जंबूद्वीप के ऐरावतक्षेत्र में स्थित विंध्यपुर नगर के राजा विंध्यसेन के पुत्र नलिनकेतु के दीक्षागुरु थे । महापुराण 63. 99-100, 107-108