शतपर्वा
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
एक विद्या-देखें विद्या ।
पुराणकोष से
एक विद्या । धरणेंद्र न यह विद्या नमि और विनमि विद्याधरों को दी थी । हरिवंशपुराण 22.67
एक विद्या-देखें विद्या ।
एक विद्या । धरणेंद्र न यह विद्या नमि और विनमि विद्याधरों को दी थी । हरिवंशपुराण 22.67