वह्निप्रभ
From जैनकोष
विद्याधरों का एक नगर । इसे लक्ष्मण ने अपने अधीन किया था । पद्मपुराण 94.4
(2) एक ज्योतिष्क देव । इसने वंशधर पर्वत पर विराजमान देशभूषण और कुलभूषण मुनियों पर अनेक उपसर्ग किये थे । वहाँ राम और लक्ष्मण के आने पर उन्हें क्रमश बलभद्र और नारायण जानकर यह उनके भय से तिरोहित हो गया था । पद्मपुराण 39.59-74