ईर्यासिमिति
From जैनकोष
समितियों मे प्रथम समिति । इसमें नेत्र-गोचर जीवों के समूह को बचाकर गमन किया जाता है । यह मुनियों का धर्म है । सूर्योदय होने पर जंतुओं द्वारा मर्दित मार्ग में चार हाथ आगे भूमि
देखकर गमन करते हुए वे इसका पालन करते हैं । पद्मपुराण 14.108 हरिवंशपुराण 2.122 पांडवपुराण 9.91