समिधा
From जैनकोष
राजगृह नगर के श्रावक विनोद की पत्नी । इसके दुराचरणी होने से इसके साथ सद्भावपूर्ण वार्तालाप करने पर भी इसका देवर रमण भ्रांतिजंय क्रोध से अपने भाई विनोद के द्वारा मारा गया था । पद्मपुराण 85.74-76
राजगृह नगर के श्रावक विनोद की पत्नी । इसके दुराचरणी होने से इसके साथ सद्भावपूर्ण वार्तालाप करने पर भी इसका देवर रमण भ्रांतिजंय क्रोध से अपने भाई विनोद के द्वारा मारा गया था । पद्मपुराण 85.74-76