अंतरंगशत्रु
From जैनकोष
क्रोध, मान, माया, लोभ ये चार कषायें, पंचेंद्रियों के विषय, आहार, भय, मैथुन और परिग्रह संज्ञाएँ । महापुराण 36.129-132
क्रोध, मान, माया, लोभ ये चार कषायें, पंचेंद्रियों के विषय, आहार, भय, मैथुन और परिग्रह संज्ञाएँ । महापुराण 36.129-132