कामवृष्टि
From जैनकोष
भरतेश का इस नाम का एक गृहपति-रत्न । महापुराण 37. 83-84, 176 हरिवंश पुराण में इसे कामदृष्टि नाम दिया गया है । हरिवंशपुराण 11.28
भरतेश का इस नाम का एक गृहपति-रत्न । महापुराण 37. 83-84, 176 हरिवंश पुराण में इसे कामदृष्टि नाम दिया गया है । हरिवंशपुराण 11.28