तडित्प्रभ
From जैनकोष
निषध पर्वत से उत्तर की ओर नदी के मध्य में स्थित पाँच महाह्रदों में एक महाह्रद । इसका मूलभाग वज्रमय है । यहाँ कमलों पर बने भवनों में नागकुमार देव रहते हैं । हरिवंशपुराण 5.196-197
निषध पर्वत से उत्तर की ओर नदी के मध्य में स्थित पाँच महाह्रदों में एक महाह्रद । इसका मूलभाग वज्रमय है । यहाँ कमलों पर बने भवनों में नागकुमार देव रहते हैं । हरिवंशपुराण 5.196-197