दीर्धिका
From जैनकोष
प्रासाद के सौंदर्य की वर्धक एक लंबी नहर । इसका तल और भित्ति मणिनिर्मित होते थे । जलक्रीडा के लिए भी इसका उपयोग होता था । महापुराण 8.22
प्रासाद के सौंदर्य की वर्धक एक लंबी नहर । इसका तल और भित्ति मणिनिर्मित होते थे । जलक्रीडा के लिए भी इसका उपयोग होता था । महापुराण 8.22