पंचमेरु
From जैनकोष
निम्न पाँच मेरु -
जंबूद्वीप के पूर्व-पश्चिम दिशावर्ती दो मेरु । धातकीखंड के दो मेरु तथा पुष्करवर द्वीप का एक मेरु । इनके आगे मनुष्यों का गमन नहीं है । हरिवंशपुराण 5.494,513, 576-577
निम्न पाँच मेरु -
जंबूद्वीप के पूर्व-पश्चिम दिशावर्ती दो मेरु । धातकीखंड के दो मेरु तथा पुष्करवर द्वीप का एक मेरु । इनके आगे मनुष्यों का गमन नहीं है । हरिवंशपुराण 5.494,513, 576-577