मात्स्यन्याय
From जैनकोष
सबल पुरुषों द्वारा निर्बल पुरुषों का शोषण । राजा के अभाव में प्रजा इसी न्याय का आश्रय लेती है । महापुराण 16.252
सबल पुरुषों द्वारा निर्बल पुरुषों का शोषण । राजा के अभाव में प्रजा इसी न्याय का आश्रय लेती है । महापुराण 16.252