विदेहकूट
From जैनकोष
निषधाचल के नौ कूटों में आठवां कूट । इसकी ऊंचाई और मूल की चौड़ाई सौ योजन, मध्य की चौड़ाई पचहत्तर योजन और ऊर्ध्व भाग की चौड़ाई पचास योजन है । हरिवंशपुराण 5.89-90
निषधाचल के नौ कूटों में आठवां कूट । इसकी ऊंचाई और मूल की चौड़ाई सौ योजन, मध्य की चौड़ाई पचहत्तर योजन और ऊर्ध्व भाग की चौड़ाई पचास योजन है । हरिवंशपुराण 5.89-90