शतमन्यु
From जैनकोष
एक ऋषि । इसका एक आश्रम था । चंपा नगरी के राजा जनमेजय की माता नागवती कालकल्प राजा के आक्रमण करने पर पुत्री को लेकर सुरंग मार्ग से इसी कई आश्रम में आयी थी । यह नागवती का पति तथा जनमेजय का पिता था । पद्मपुराण - 8.30-303, 392
एक ऋषि । इसका एक आश्रम था । चंपा नगरी के राजा जनमेजय की माता नागवती कालकल्प राजा के आक्रमण करने पर पुत्री को लेकर सुरंग मार्ग से इसी कई आश्रम में आयी थी । यह नागवती का पति तथा जनमेजय का पिता था । पद्मपुराण - 8.30-303, 392