सिंहवृत्ति
From जैनकोष
मुनि चर्या-सिंह के समान निर्भयता पूर्वक एकाकी अदीनता विहार पूर्वक करना । महावीर ने इसी वृत्ति से विहार किया था । महापुराण 74. 315-316
मुनि चर्या-सिंह के समान निर्भयता पूर्वक एकाकी अदीनता विहार पूर्वक करना । महावीर ने इसी वृत्ति से विहार किया था । महापुराण 74. 315-316