बृहत् संग्रहिणी सूत्र
From जैनकोष
जिनभद्र गणी क्षमाश्रमण (वि. 620) द्वारा रचित प्राकृत भाषाबद्ध श्वेतांबर ग्रंथ । अपर नाम संघायणी । (जै. /2/62) ।
जिनभद्र गणी क्षमाश्रमण (वि. 620) द्वारा रचित प्राकृत भाषाबद्ध श्वेतांबर ग्रंथ । अपर नाम संघायणी । (जै. /2/62) ।