रम्या
From जैनकोष
- भरत आर्यखण्ड की एक नदी−दे. मनुष्य/४ ।
- पूर्व विदेहस्थ एक क्षेत्र−दे. लोक/५/२;
- पूर्व विदेहस्थ अंजन वक्षार का एक कूट - दे. लोक/५/४;
- पूर्व विदेह में अंजन वक्षार पर स्थित रम्याकूट का रक्षक देव−दे. लोक/५/४;
- नन्दीश्वर द्वीप की उत्तर दिशा में स्थित वापी−दे. लोक/५/११ ।