विद्युत्प्रभ
From जैनकोष
- एक गजदन्त पर्वत–दे. लोक ५/३।
- विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–दे. विद्याधर।
- विद्युत्प्रभ गजदन्त का एक कूट–दे. लोक ५/४।
- देवकुरु के १० द्रहों में से एक–दे. लोक ५/६।
- यदुवंशी अन्धकवृष्णि के पुत्र हिमवान् का पुत्र तथा नेमिनाथ भगवान् का चचेरा भाई–दे. इतिहास १०/१०।
- म.पु./७६/श्लोक -पोदनपुर के राजा विद्युद्राज का पुत्र था। विद्युच्चर नाम का कुशल चोर बना। जम्बूकुमार के घर चोरी करने गया।४६-५७। वहाँ दीक्षा को कटिबद्ध जम्बूकुमार को अनेकों कथाएँ बताकर रोकने का प्रयत्न किया।५८-१०७। पर स्वयं उनके उपदेशों से प्रभावित होकर उनके साथ ही दीक्षा धारण कर ली।१०८-११०।