अभयकुमार
From जैनकोष
(महापुराण सर्ग संख्या ७४/श्लो.सं.) पूर्व भव सं. ३ ब्राह्मका पुत्र तथा महामिथ्यात्वी था। एक श्रावकके उपदेशसे मूढताओंका त्याग करके फिर पूर्वके दूसरे भवमें सौधर्म स्वर्गमें देव हुआ। वर्तमान भवमें राजा श्रेणिककी ब्राह्मणी रानीसे पुत्र उत्पन्न हुआ ।।४२९।।