अर्जुन वर्मा
From जैनकोष
(दर्शनसार / प्रस्तावना ३६-३७/नाथूरामजी प्रेमी) आप सुभटवर्माके पुत्र और देवपालके पिता थे। मालवा (मगध) के राजा थे। धारा व उज्जैनी नगरी राजधानी थी। समय-ई.१२०७-१२१८।
(दर्शनसार / प्रस्तावना ३६-३७/नाथूरामजी प्रेमी) आप सुभटवर्माके पुत्र और देवपालके पिता थे। मालवा (मगध) के राजा थे। धारा व उज्जैनी नगरी राजधानी थी। समय-ई.१२०७-१२१८।