अर्द्ध कथानक
From जैनकोष
वि. १६९८, ई. १६४१ में पं. बनारसीदास द्वारा रचित अपनी आत्मकथा/(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा, पृष्ठ संख्या ४/२५५)।
वि. १६९८, ई. १६४१ में पं. बनारसीदास द्वारा रचित अपनी आत्मकथा/(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा, पृष्ठ संख्या ४/२५५)।