मनुष्यक्षेत्र
From जैनकोष
जम्बूद्वीप धातकीखण्ड द्वीप और पुष्करार्द्ध ये ढाई द्वीप तथा लवणोदधि और कालोदधि ये तो समुद्र मनुष्यक्षेत्र कहलाते हैं । इसका विस्तार पैतालीस लाख योजन हैं । पद्मपुराण 14.234, हरिवंशपुराण 5.590
जम्बूद्वीप धातकीखण्ड द्वीप और पुष्करार्द्ध ये ढाई द्वीप तथा लवणोदधि और कालोदधि ये तो समुद्र मनुष्यक्षेत्र कहलाते हैं । इसका विस्तार पैतालीस लाख योजन हैं । पद्मपुराण 14.234, हरिवंशपुराण 5.590