रत्नायुध
From जैनकोष
(1) जम्बूद्वीप में चक्रपुर नगर के राजा वज्रायुध और रत्नमाला का पुत्र । इसके पिता ने राज्यभार इसे सौंपकर चक्रायुध के -समीप दीक्षा ले ली थी । आयु के अन्त में मरकर यह पूर्व धातकीखण्ड के पश्चिम विदेहक्षेत्र में गन्धिल देश की अयोध्या नगरी के राजा अर्हद्दास और रानी जिनदत्ता का पुत्र विभीषण हुआ । महापुराण 59. 239-243, 246, 276-279, हरिवंशपुराण 27.92
(2) अश्वग्रीव का पुत्र । महापुराण 63. 135 देखें रत्नकण्ठ