श्वापद
From जैनकोष
विदेहक्षेत्र की एक अटवी । पुण्डरीक देश के चक्रवर्ती त्रिभुवनानन्द के सामन्त पुनर्वसु के द्वारा अपहृता त्रिभुवनानन्द की पुत्री अनंगसरा पर्णलध्वी विद्या के सहारे इसी अटवी में आयी थी । पद्मपुराण 64.50-55
विदेहक्षेत्र की एक अटवी । पुण्डरीक देश के चक्रवर्ती त्रिभुवनानन्द के सामन्त पुनर्वसु के द्वारा अपहृता त्रिभुवनानन्द की पुत्री अनंगसरा पर्णलध्वी विद्या के सहारे इसी अटवी में आयी थी । पद्मपुराण 64.50-55