अर्थज सम्यक्त्व
From जैनकोष
सम्यक्त्व का आठवां भेद अपरनाम अर्थोत्पन्न सम्यक्त्वद्वादशांग श्रुत रूप समुद्र का अवगाहन करके और वचन-विस्तार को छोड़कर अर्थ मात्र का अवधारण करने से उत्पन्न श्रद्धा । महापुराण 74.439-440, 447, वीरवर्द्धमान चरित्र 19.158 देखें सम्यक्त्व