1. सुमेरु पर्वतके पश्चिममें स्थित गन्धमालिनी आदि 16 क्षेत्र अपर या पश्चिम विदेह कहलाते हैं-देखें लोक - 5। 2. नील पर्वतस्थ एक कूट व उसके रक्षक देवका नाम भी अपरविदेह है-देखें लोक - 5।
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