अंक
From जैनकोष
1. ( धवला पुस्तक 5/प्र. 27) Number। 2. सौधर्म स्वर्ग का 17वाँ पटल व इन्द्रक - देखें स्वर्ग - 5.3। 3. रुचक पर्वतस्थ एक कूट - देखें लोक - 5.13। 4. मानुषोत्तर व कुण्डल पर्वतस्थ कूट - देखें लोक - 5.10, 12।
1. ( धवला पुस्तक 5/प्र. 27) Number। 2. सौधर्म स्वर्ग का 17वाँ पटल व इन्द्रक - देखें स्वर्ग - 5.3। 3. रुचक पर्वतस्थ एक कूट - देखें लोक - 5.13। 4. मानुषोत्तर व कुण्डल पर्वतस्थ कूट - देखें लोक - 5.10, 12।