कैटभ
From जैनकोष
म.पु./सर्ग/श्लोक अयोध्या नगरी में हेमनाभ राजा का पुत्र तथा मधु का छोटा भाई था (१६०) अन्त में दीक्षा धारण कर (२०२) घोर तपश्चरण पूर्वक अच्युत स्वर्ग में इन्द्र हुआ (२१६)। यह कृष्ण के पुत्र ‘शम्ब’ का पूर्व का तीसरा भव है—दे० ‘शंब’।