खरभाग
From जैनकोष
- अधोलोक के प्रारम्भ में स्थित पृथ्वी विविध प्रकार के रत्नों से युक्त है, इसलिए उसे चित्रा पृथिवी कहते हैं। चित्रा के तीन भाग हैं; उनमें से प्रथम भाग का नाम खरभाग है। विशेष– देखें - रत्नप्रभा / २
- अधोलोक में खर पंकादि पृथिवियों का अवस्थान– देखें - भवन / ४ ।