चारित्र पाहुड़
From जैनकोष
आ.कुन्दकुन्द (ई.१२७-१७९) द्वारा रचित सम्यग्चारित्र विषयक, ४४ प्राकृत गाथाओं में निबद्ध एक ग्रन्थ। इस पर आ.श्रुतसागर (ई.१४८१-१४९९) कृत संस्कृत टीका तथा पं.जयचन्द छाबड़ा (ई.१८१०) कृत भाषा वचनिका उपलब्ध हैं।
आ.कुन्दकुन्द (ई.१२७-१७९) द्वारा रचित सम्यग्चारित्र विषयक, ४४ प्राकृत गाथाओं में निबद्ध एक ग्रन्थ। इस पर आ.श्रुतसागर (ई.१४८१-१४९९) कृत संस्कृत टीका तथा पं.जयचन्द छाबड़ा (ई.१८१०) कृत भाषा वचनिका उपलब्ध हैं।