तत्त्वानुशासन
From जैनकोष
- आ०समन्तभद्र (ई०श०२) द्वारा रचित यह ग्रन्थ न्याय पूर्वक तत्त्वों का अनुशासन करता है। आज उपलब्ध नहीं है। (ती./२/१९८)।
- आ०रामसेन (ई०श०१२ उत्तरार्थ) द्वारा रचित संस्कृत छन्द बद्ध ध्यान विषयक ग्रन्थ। इसमें २५९ श्लोक हैं।(ती./३/२३८)।